भूमण्डलीय तापन (भूमंडलीय ऊष्मीकरण) से आप क्या समझते हैं? वैश्विक जलवायु पर इसके प्रभाव की विवेचना करें। अथवा, वैश्विक ऊष्मा के कारणों का परीक्षण करें।
भूमण्डलीय तापन से तात्पर्य वायुमण्डलीय एवं धरातलीय तापमान में वृद्धि एवं भूमण्डलीय विकिरण सन्तुलन में परिवर्तन तथा उसके कारण स्थानीय, प्रादेशिक एवं वैश्विक स्तर पर जलवायु में परिवर्तन होना है। पृथ्वी तथा वायुमण्डल के विकिरण सन्तुलन पर पड़ने वाले हरित गृह गैसों के प्रभावों को विकिरण संवर्द्धन कहते हैं। भूमण्डलीयकरण तापन का गहराता संकट विश्व … Read more