वायु अपरदन से निर्मित विभिन्न स्थलाकृक्तिक विशेषताओं (Landforms formed by the erosion of wind) की विवेचना करें।
हवा या पवन का अपरदन कार्य शुष्क या मरुस्थलीय प्रदेशों में विशेष महत्त्वपूर्ण रहता है। ऐसा कार्य हवा की गति, हवा में बालू की मात्रा, बालू के कणों का आकार, चट्टाने की कठोरता एवं जलवायु की प्रकृति पर निर्भर करता है। हवा निम्न प्रकार से अपने प्रभावित प्रदेशों में अपरदन कार्य करती है: (अ) अपघर्षण … Read more